Tuesday, March 26, 2019

耿爽:中方对泛美行决定取消成都年会深表遗憾

  中新网北京3月26日电 (张蔚然 宋蕙)中国外交部发言人耿爽3月26日在例行记者会上表示,中方对泛美行决定取消成都年会深表遗憾。中方相信,我们与泛美行和广大拉美国家的合作不会受到干扰,对未来加强彼此间的合作依然充满信心。

  耿爽当天表示,泛美开发银行第60届理事会年会原定于3月26日至31日在成都举行。中方作为承办国,对此次年会高度重视,作了大量筹备工作,希望与各方共同努力,将年会开成团结、合作、共赢的会议,取得圆满成功。包括中方在内的绝大多数泛美行成员国也都认为,泛美行年会是金融界的会议,应该聚焦金融合作,不是讨论敏感政治议题的合适场合,但是个别国家持续搅动委内瑞拉这一敏感政治议题,在各成员国存在严重分歧的情况下,在年会临近时仓促通过瓜伊多任命的新理事和执董,并坚持推动其来华与会。

  耿爽说,中方在委内瑞拉问题上的立场一贯、明确。我们主张各方应该恪守联合国宪章的宗旨和原则,遵循国际法和国际关系基本准则,不干涉委内瑞拉内政。虽然瓜伊多提名的理事通过了泛美行表决程序,但瓜本人并非经合法程序产生的总统,缺乏合法性,中方难以允许其代表来华参会。更迭委在泛美行的代表,既无助于委问题的解决,也破坏了泛美行年会的氛围,干扰了会议的筹备进程。

  耿爽指出,为了保证年会顺利进行,中方表明对委代表与会问题的审慎态度,也提出了合情合理的解决方案,并且持续与有关各方深入沟通,协调立场,呼吁各方秉持友好合作的办会初心,避免将会议政治化,这从根本上符合各方的共同利益。中方提出的意见和方案,体现了对泛美行和各成员的尊重,也体现了中方作为东道国希望成功办会的诚意,是负责任的表现。然而个别国家不顾年会宗旨,也不顾中方的立场和关切,也不顾东道国的真诚努力,强人所难,坚持操弄委内瑞拉问题,强行让瓜伊多代表来参会,导致年会无法按计划顺利举行,这是各方都不愿看到的,责任不在中方。

  耿爽说,中方对泛美行决定取消成都年会深表遗憾。据他了解,绝大多数泛美行成员国都认同中方的主张,认为年会应该聚焦金融合作,不应该受到争议性政治议题的干扰,也非常清楚究竟是谁在阻挠会议的成功举办。中方相信,我们与泛美行和广大拉美国家的合作不会受到干扰,对未来加强彼此间的合作依然充满信心。(完)

  《报告》显示,韩国、中国台湾、新加坡和中国香港综合竞争力居前4位,具有领先亚洲的国际竞争优势。日本、以色列、澳大利亚、新西兰、中国、阿联酋分列第5位至第10位。中国仍保持上年度第9位的排名,竞争地位稳固,商业行政效率和社会发展水平进步最大。

  2018年中国实际使用外资数额创历史新高

  《新兴经济体发展2019年度报告》指出,2018年,阿根廷、巴西、中国、印度、印度尼西亚、韩国、墨西哥、俄罗斯、沙特阿拉伯、南非和土耳其等“新兴11国”(E11)经济增长率略微放缓。据国际货币基金组织的估计数据加权计算,2018年E11的国内生产总值增长率约为5.1%,略低于上年5.2%的增长率。

  中国国际经济交流中心美欧所副所长、研究员张焕波(中)发言。南海网记者 刘洋摄

  《报告》显示,2018年E11多数国家就业形势好转,收入水平呈改善势头,但物价有所上升,通胀压力加大。同时,贸易增长动力显著增强,外商直接投资逆势增长。例如,2018年中国实际使用外资1349.7亿美元,同比增长3%,创历史新高。

Wednesday, March 13, 2019

#Balakot में भारत को एयर स्ट्राइक से क्या मिला

पिछले महीने 14 फ़रवरी को भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा ज़िले में सीआरपीएफ़ के एक काफ़िले पर जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में 40 जवानों के मारे जाने के बाद भारत ने 26 फ़रवरी को पाकिस्तान में चरमपंथी संगठनों के ठिकानों को निशाने पर लिया था.

भारत ने यह कार्रवाई पाकिस्तान के ख़ैबर पख़्तुनख़्वा प्रांत के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर की थी.

कहा जा रहा है कि भारत ने यह हमला मिराज 2000 लड़ाकू विमान से किया था और ये 12 की संख्या में गए थे. इससे पहले 1971 के युद्ध में भारतीय सेना पाकिस्तानी सीमा में घुसी थी.

24 घंटे के भीतर ही पाकिस्तान ने 27 फ़रवरी को या तो एफ़-16 या जेएफ़-17 से एक भारतीय मिग-21 लड़ाकू विमान मार गिराया.

कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी एयरक्राफ़्ट नियंत्रण रेखा के पार भारत प्रशासित कश्मीर में घुस आए थे और बमबारी की थी. भारत ने ये भी दावा किया कि उसने पाकिस्तान के एफ़-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था.

आतंकवाद से लड़ने के लिए वायुसेना का इस्तेमाल करने का भारत के फ़ैसले को अहम माना जा रहा है. लेकिन पाकिस्तान की तरफ़ से 24 घंटे के भीतर मिले जवाब के बाद रभारत का यह फ़ैसला कितना उचित हा?

पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई में भारत का एक मिग गिरा और एक पायलट को गिरफ़्तार कर लिया.

जाने-माने रक्षा विशेषज्ञ राहुल बेदी कहते हैं अगर चुनाव के लिहाज से देखें तो मोदी सरकार के हक़ में यह फ़ैसला जाता दिख रहा है लेकिन सुरक्षा रणनीति के नज़रिए से देखें तो यह बहस का विषय है.

राहुल बेदी कहते हैं, ''पाकिस्तान ने भारत को 24 घंटे के भीतर ही जवाब ज़रूर दिया लेकिन भारत के भीतर लोगों की धारणा मोदी के पक्ष में रही. लेकिन सुरक्षा की रणनीति के नज़रिए से देखें तो यह बहुत ख़तरनाक मालूम पड़ता है. दो परमाणु शक्ति संपन्न देश एक दूसरे की सीमा में फाइटर प्लेन के साथ घुसे. पिछले सात दशक में मुझे ऐसा कोई वाक़या नहीं याद आ रहा है. मोदी ने जो क़दम उठाया है और इस पर आगे बढ़ते रहे तो सोचकर ही डर लगता है.''

राहुल बेदी का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के ख़िलाफ़ एयर स्ट्राइक करके भी देख लिया लेकिन इसके नतीजे क्या मिले अभी तक साफ़ नहीं है.

बेदी कहते हैं, ''36 घंटे के भीतर भारतीय वायुसेना के पायलट का भारत आना मोदी के पक्ष में गया, लेकिन अगर फिर आतंकी हमला हुआ तब मोदी के पास क्या विकल्प हैं? मुझे कोई विकल्प नहीं दिखता है. भारत की एयर स्ट्राइक का जवाब पाकिस्तान ने भी वैसै ही दिया. ऐसे में भारत फिर एयर स्ट्राइक करेगा, ऐसा नहीं लगता. अभी भारत की वायुसेना भले पाकिस्तान से थोड़ी मज़बूत है लेकिन आने वाले तीन-चार सालों में ऐसा नहीं रहेगा. अब भारत के लिए यह अहम सवाल है कि फिर से आतंकी हमला हुआ तो भारत क्या करेगा?''

भारत में वायुसेना के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाक़ी है. भारत जिन लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कर रहा है उसकी तकनीक वक़्त के साथ पुरानी पड़ गई है. रक्षा विशेषज्ञ मिग को भारत के आसामान का ताबूत कहते हैं.

ऐसे में भारत की वायुसेना पाकिस्तान को किस हद तक चुनौती देगी? यहां तक कि भारत के सेना प्रमुख ढाई मोर्चे से युद्ध की बात करते हैं. मतलब पाकिस्तान के साथ जंग की स्थिति बनी तो चीन के रुख़ को लेकर भारत की चिंता बनी रहती है.

भारतीय वायुसेना के पास महज 32 स्क्वैड्रन हैं जबकि सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि कम से कम 42 स्क्वैड्रन होने चाहिए. 32 में से भी कई स्क्वैड्रन लड़ाकू विमानों की कमी से जूझ रहे हैं. एक स्क्वैड्रन पर कम से कम 16 से 18 लड़ाकू विमान होने चाहिए.

मिग-21 में 1960 के दशक की सोवियत संघ वाली तकनीक है और आज भी इसका इस्तेमाल करता है. भारत के 6 स्क्वैड्रन आज भी मिग-21 के सहारे हैं. भारतीय वायुसेना ने अपने घर में बनाए लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) को भी शामिल किया है.

फ़्रांस के साथ रफ़ाल लड़ाकू विमानों का सौदा भी भारतीय एयरफ़ोर्स के अहम है. एलसीए को बनाने में भारत ने कम से कम तीन दशक के वक़्त लिए हैं. मार्च 2019 से सिर्फ़ 16 एलीसए एयर फ़ोर्स में शामिल होंगे. अब भी भारतीय वायुसेना अडवांस फाइटर प्लेन के लिए जूझ रही है.

存款降不降息?央行最新回应:“压舱石”要长期保留

  中新社北京4月10日电 (记者 魏晞)中国央行 欧盟财长们已 色情性&肛交集合 同意向遭受新冠 色情性&肛交集合 病毒大流行打击的欧洲国家提供 色情性&肛交集合 5000亿欧元 色情性&肛交集合 (4400亿英镑;  色情性&肛交集合 5460亿美元) 色情性&肛交集合 的...